What is Digital Financial Service आखिर क्या है ? यह कैशलेस पेमेंट देना

देश में डिजिटल पेमेंट जब से आया है तब से ऑफलाइन पेमेंट या पैसों की लेनदेन का कोई मतलब ही नहीं रह गया है, क्योंकि अधिकतर लोग छोटे से छोटे काम यूपीआई के माध्यम से बहुत ही आसानी से कर ले रहे हैं,और अधिकतर लोग पैसों का लेनदेन UPI के जरिए ही एक दूसरे से एक जगह से दूसरी जगह पर एक देश से दूसरे देश में यूपीआई के जरिए बहुत ही कम समय में पैसों का लेनदेन कर ले रहे हैं, नोटबंदी और करोना कि बाद से पैसों का चाल चलन बहुत ही अत्यधिक कम हो गया है, देश में ऑफलाइन पेमेंट के चलते होने वाले समस्याओं के कारण Digital Financial Service के बड़े-बड़े कंपनियों ने मिलकर यूपीआई UPI का निर्माण किया. जिससे ऑफलाइन पेमेंट और पैसे के लेनदेन में काफी रुकावट आई और इसी का फायदा उठाकर UPI और ऑनलाइन पेमेंट अपनी सुरक्षा और खूबियों के कारण अपने कंपनियों का नाम रोशन किया, और अब लोगों का काम भी कर रही है ! 

 

Offline Payments are the advantages and disadvantages of Online payment ?

 

ऑफलाइन मोड यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति  को पैसे के लेनदेन में किसी भी प्रकार के नेटवर्किंग आवश्यकता नहीं होती है | और ना ही किसी भी प्रकार का भुगतान या किसी भी नेटवर्क संचालन वाले मोबाइल उपकरणों का उपयोग करके हमें भुगतान किया जा सकता है, इसलिए RBI ने प्रमाणीकरण के लिए एक अतिरिक्त कारक NFA की आवश्यकता नहीं होगी आप लोगों को क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक ने इस ऑफलाइन लेनदेन के लिए इसका एक अलर्ट  (एसएमएस SMS और ई-मेल E-mail के माध्यम से) जारी किया है.

इसके जैसा आप जो भी ऑफलाइन लेनदेन के रहेंगे वह आपकी सभी हिस्ट्री को इसके द्वारा आपके पास प्राप्त करा दिया जाएगा प्रतिदिन ₹200 की सीमा और खाते में श्री धनराज की भरपाई होने तक सभी लेनदेन के लिए ₹2000 की समुद्री सीमा के अध्ययन रहना पड़ेगा | डिजिटल फाइनेंशियल को मोटे तौर पर लोगों द्वारा डिजिटल एक्सेस और वित्तीय सेवा के उपयोग के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, ऐसी सेवा ग्राहकों की जरूरतों के अनुकूल होनी चाहिए और ग्राहकों और प्रदाताओं दोनों के लिए सस्ती कीमत पर जिम्मेदारी दी जानी चाहिए.

 

What Is Digital Financial Service Kya Hai In Hindi


नोटबंदी से पहले देश में ऑफलाइन पेमेंट और पैसे के लेनदेन में देश काफी तरक्की कर रहा था फिलहाल अभी भी कुछ लोग पैसे के लेनदेन करते हैं, लेकिन नोटबंदी के बाद से ही लोग कैशलेस पेमेंट और UPI  के माध्यम से पैसों के लेनदेन की तरफ हाथ बढ़ाया शुरुआती तौर मैं लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा |
 
और लोगों के दिलों में कई चिंताएं उत्पन्न होने लगी ! लेकिन लोग धीरे-धीरे डिजिटल पेमेंट को  समझने लगे और उसकी आदत लोगों को पढ़ने लगी ! और उन्हें डिजिटल पेमेंट करने में काफी सुविधा महसूस कर रहे है / और करने लगे है !

Digital Financial Service

डिजिटल वित्तीय समावेश का संदर्भ समाज की मुख्यधारा से बाहर यू अधिकार भी हम लोगों तक डिजिटल सभी सेवाओं को पहुंचाना तथा औपचारिक सभी वित्तीय सेवाओं के उपयोग का अवसर प्रदान करना है, तथा इस उद्देश्य की प्राप्ति की लिए शुरू की गई डिस्टेंस फाइनेंस तरीके (DFS) के रूप में माना जाता है, और इन्हें ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार पूर्ण रूप से Decorated और Desined करके दिया गया है |

और उस उचित कीमत पर सभी ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराया गया है जो ग्राहकों और  प्रदान करता हूं दोनों के लिए वहनीय है |  डिजिटल फाइनेंशियल सर्विस वित्तीय सेवाओं का लाभ डिजिटल रूप से या डिजिटल ग्रुप में उठाने को कहते हैं, ऐसी सुविधाएं जो ग्राहकों के उम्मीद पर खरे उतरे और आसानी से हर जगह उपलब्ध हो सके, ऐसे किसी भी डिजिटल फाइनेंस सर्विसेज के मुख्य रूप से 3 भाग होते हैं, आदान प्रदान का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म,खुदरा एजेंट, तथा प्लेटफार्म के माध्यम से आमतौर पर मोबाइल फोन जैसे उपकरण का ग्राहकों व एजेंट द्वारा उपयोग.

डिजिटल वित्तीय सेवा के प्रमुख घटक होते हैं

Digital Transactional Platform (डिजिटल लेनदेन मंच)

यह एक माध्यम है जिसमें ग्राहक सभी वित्तीय लेनदेन एक दिवस के द्वारा करते हैं इसमें बैंक के अन्य वित्तीय  सुविधा देने वाले कार्यालय सम्मिलित होते हैं यह आपस में एक करार के माध्यम से एक दूसरे से जुड़कर ग्राहकों के पैसे के लेनदेन के कार्य को पूरा करते हैं महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें नगद पैसे का कोई योगदान नहीं होता है

 

 

 

यह एक ग्राहक को भुगतान करने या प्राप्त करने और हस्तांतरण करने के लिए एक डिवाइस का उपयोग करने और बैंक या ऐसे किसी भी गैर बैंक संस्थान के साथ इलेक्ट्रॉनिक मूल्य स्टोर करने में सक्षम बनाता है | जो इलेक्ट्रॉनिक मूल्यों को स्टोर करने की अनुमति देता है !

 
वित्तीय सेवाएं financial Services
 
  • मोबाइल नंबर एवं MMID के उपयोग से फंड ट्रांसफर उपयोगकर्ता हितग्राही के मोबाइल नंबर  एवं MMID के उपयोग से फंड ट्रांसफर कर सकते हैं.
  •  किसी को फंड भेजने के लिए या किसी प्रकार की  राशि भेजने के लिए ग्राहक का अकाउंट नंबर आईएफएससी कोड सही होना चाहिए ! और बाद में उसके बैंक ब्रांच से बैंक अकाउंट का पता लगा लिया जाएगा |
  • IFSC कोड बैंक खाता संख्या के उपयोग से फंड ट्रांसफर से उपयोग करता है ग्राही के IFSC कोड एवं खाता संख्या से फंड स्थानांतरित कर सकते हैं |
  • अधिक निर्देशों के लिए आप अपने संबंधित बैंक की वेबसाइट से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं |
Retail agent (खुदरा एजेंट)
रिटेल एजेंट डिजिटल डिवाइस द्वारा एक संरचना तैयार करते हैं इसमें सभी लाने के लिए दिन होते हैं यह ग्राहकों के पैसे को इलेक्ट्रॉनिक रूम में बदलकर उनका हिसाब सुरक्षित रखते हैं |
इनका मुख्य कार्य डिजिटल सेवा के प्रचार प्रसार को ग्राहक तक जाने का प्रबंध कराना होता है |
या करना होता है, रिटेल एजेंट ने टीयू कम्युनिकेशंस से जुड़े एक डिजिटल डिवाइस का इस्तेमाल किया,
जो लेनदेन के विवरण को प्रसारित करने और प्राप्त करने के लिए ग्राहकों को नकद को इलेक्ट्रॉनिक रूप से इतिहास मूल्य में बदलने और संग्रहीत मूल्य पैक को नकदी में बदलने में सक्षम बनाता है।

Devices ( उपकरण )

डिवाइस मुख्य रूप से डिजिटल उपकरण होते हैं डिजिटल डिवाइस में कभी लेनदेन इलेक्ट्रॉनिक रूप से सुरक्षित रहते हैं,और आवश्यकता पड़ने पर वह बहुत आसानी से ही हर परिस्थितियों का रिकॉर्ड दे सकते हैं, और उनसे संबंधित सभी ट्रांजैक्शन टिकट आसानी से देख सकते हैं और उसको प्रिंट निकाल  दस्तावेज के रूप में उपयोग कर सकते हैं, और एक जगह से दूसरी जगह पर शेयर भी कर सकते हैं,जैसा कि मोबाइल फोन या पेमेंट का यंत्र जो कि बैंक या वित्तीय संस्था से जुड़कर काम करते हैं यह कार्ड पेमेंट डिवाइस या POS के रूप में भी हो सकता है उदाहरण के लिए मोबाइल फोन द्वारा किसीअन्य फोन में पैसे रिचार्ज करवाना या किसी अन्य के मोबाइल में पैसे डालनायह मोबाइल एक पेमेंट डिवाइस के रूप में कार्य करता है.

Conclusion
उम्मीद करता हूँ की आपके Digital Financial Service से सम्बंधित सभी प्रकार के प्रश्नो के जवाब आपको इस पोस्ट में मिल गए होंगे, तो अगर यह पोस्ट आप लोगो को थोड़ा भी पसंद आया हो तो आप अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करना ना भूले। 

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